वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१० मई, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
गुरु की बाते को कैसे जाने?
हम अपनी सीमा को कैसे जाने?
गुरु के सान्निध्य में रहना क्यों आवश्यक है?
क्या गुरु के निकट आये बिना गुरुवचन को न समझ पाओगे?
गुरु के निकट रहना आवश्यक क्यों?
गुरु के सान्निध्य से क्या लाभ है?
असली गुरु कौन है? आध्यात्मिक गुरु का क्या अर्थ है?
मन जीवित गुरु से क्यों डरता है?
जीवित गुरु का क्या महत्व है?
ओशो जीवित गुरु की खोज करने को क्यों कहते थे?
एक शिष्य, गुरु के लिए क्या कर सकता है?
गुरु- शिष्य क्या हैं वास्तव में? गुरु- शिष्य में कैसा सम्बन्ध हो?
गुरु को कैसे समर्पित करें?
शिष्य को अनुशासित होना कितना आवश्यक है?
गुरु से शिष्य को क्या मिलता है?
किसी को गुरु मानने से पहले क्या ध्यान में रखना चाहिए?
संतों ने गुरु को सबसे ऊँचा दर्जा क्यों दिया है?
मन गुरु के प्रति समर्पित कैसे रहे?
गुरु से मिली सीख को सदैव अपने साथ कैसे रखें?
गुरु कबीर ऐसा क्यों कहते हैं कि 'गुरु गोबिंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय। बलिहारी गुरु आपने गोबिंद दियो मिलाय।।'
संगीत: मिलिंद दाते